उम्मीदों पर खरे उतरने की चुनौती

सवा सौ खिलाड़ियों की तरफ भारतीय नजरें ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना की त्रासदी से जूझ रही है, ओलंपिक खेलों का आज होने वाला उद्घाटन समारोह दुनिया के खेल प्रेमियों को सुकून ही देगा। हालांकि, इन खेलों का आयोजन पहली बार एक साल के स्थगन के बाद जापान में हो रहा है, लेकिन खेलों के आयोजन को लेकर दिखायी गई प्रतिबद्धता मनुष्य की जिजीविषा का ही पर्याय है।  जापान में इन खेलों का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब य.......

बेचारा खिलाड़ी क्या करे?

जमीनी खिलाड़ियों को मूलभूत सुविधाएं क्यों नहीं श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। आप खेलप्रेमी हैं। आप चाहते हैं कि मैदानों में भारतीय जांबाज खिलाड़ी जीत का परचम फहराएं ताकि दुनिया में देश का माथा गर्व और गौरव से ऊंचा रहे। हम इतराएं, यह जताएं कि भारत शक्ति-सम्पन्न है। आपकी अपेक्षा जब खिलाड़ी पूरा नहीं करते तो आप उन्हें भला-बुरा कहते हो। मैं भी कहता हूं। अनाप-शनाप लिखता हूं लेकिन क्यों। हम या हमारी हुकूमतों ने आजादी के सात दशक में खिलाड़ियों क.......

69 साल पहले बेटियों ने ओलम्पिक में जगाई थी उम्मीद की लौ

टोक्यो में रिकॉर्ड 55 बेटियां 16 खेलों में करेंगी शिरकत  खेलपथ संवाद नई दिल्ली। चार बेटियां, दो खेल और पांच स्पर्धाएं। 69 साल  पहले 21 जुलाई 1952 को हेलसिंकी ओलम्पिक खेलों के महासमर में पहली बार मैदान पर उतरकर भारतीय बेटियों ने जो उम्मीद की लौ जगाई थी वह अब मशाल बन चुकी है। हेलसिंकी से बेटियों ने जो ऐतिहासिक सफर शुरू किया था वह टेढ़ी-मेड़ी पगडंडियों से होता हुआ अब जापान की राजधानी टोक्यो पहुंच चुका है। वह भी रिकॉर्ड 55 बेटि.......

खिलाड़ियों नहीं खेलनहारों पर होगा अधिक खर्च

आईओए के 23 सदस्यों पर खर्च होंगे 2.30 करोड़ खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो जाने वाले भारतीय ओलम्पिक संघ के 23 सदस्यीय दल पर 2.30 करोड़ से अधिक राशि खर्च की जा रही है। इसे हम ओलम्पिक के बहाने भारतीय ओलम्पिक संघ के साल के अंत में होने वाले चुनाव की तैयारी की शुरुआत मान सकते हैं।  भारतीय ओलम्पिक संघ सभी राष्ट्रीय खेल संघों और राज्य ओलम्पिक संघों के एक-एक प्रतिनिधि को आठ दिन के लिए टोक्यो ले जा रहा था। बड़ी संख्या में प्रतिनिध.......

ओलम्पिक में बढ़ता ही गया महिला खिलाड़ियों का कारवां

69 साल में महिला एथलीटों की संख्या 14 गुना बढ़ी इस बार 55 पेश करेंगी चुनौती जिनमें 35 पहली बार खेलेंगी  खेलपथ संवाद।  नई दिल्ली। बेटियां न ही कमजोर हैं, न ही बेटों से कमतर। ओलम्पिक खेलों के महाकुम्भ में भारतीय खिलाड़ी बेटियों ने अपने 69 साल के सफर में न केवल 14 फीसदी बढ़ोत्तरी की बल्कि कई दफा तो मुल्क की नाक कटने से भी बचाई। 2000 सिडनी ओलम्पिक में भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी तो 2016 रियो ओलम्पिक में शटलर पीवी सिंधू औ.......

टोक्यो के तरणताल में कुछ अजूबा करने को साजन प्रकाश तैयार

मेरा लक्ष्य ओलम्पियन कहलाना नहीं पोडियम तक पहुंचना है खेलपथ संवाद नई दिल्ली। तैराक साजन प्रकाश टोक्यो के तरणताल में कुछ अजूबा करने को तैयार हैं। कहते हैं जब हौसला हो बुलंद तो पहाड़ भी मिट्टी का ढेर हो जाता है। इस पंक्ति को भारतीय तैराक साजन प्रकाश ने सिद्ध कर दिखाया है। पिछले साल कोरोना के कारण अधिकतर टूर्नामेंट स्थगित होने और काफी समय तक स्वीमिंग पूल बंद रहने की वजह से साजन को तैराकी से दूर रहना पड़ा, बावजूद साजन ने हौसला बनाए रखते .......

टोक्यो में अपने मुक्कों की ताकत दिखाने को पूजा तैयार

मैरीकॉम के बाद ओलम्पिक में खेलने वाली दूसरी महिला मुक्केबाज दूध पीकर ओलम्पिक तक पहुंची हैं शाकाहारी पूजा श्रीप्रकाश शुक्ला भिवानी। हाल ही एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्णिम पंच जड़ने वाली हरियाणा की बॉक्सर पूजा बोहरा टोक्यो ओलम्पिक में अपने मुक्कों की ताकत दिखाने को तैयार हैं। एमसी मैरीकॉम के बाद पूजा बोहरा ओलम्पिक में जौहर दिखाने वाली भारत की दूसरी महिला मुक्केबाज हैं। हरियाणा की बेटियां किसी भी मामले में बेटों स.......

युवा खेलों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं

प्रत्येक समाज व सभ्यता में स्वीकृति मिली है खेलपथ विशेष  नई दिल्ली। वर्तमान परिवेश व जीवनशैली में मनुष्य जब अनेक रोगों से ग्रस्त हो रहा है, ऐसे समय में खेलों का महत्व स्वयमेव स्पष्ट हो जाता है। खेलों द्वारा न केवल हमारी दिनचर्या नियमित रहती है बल्कि ये उच्च रक्तचाप, ब्लडप्रेशर, शुगर, मोटापा, हृदय रोग जैसी बीमारियों की सम्भावनाओं को भी न्यून करते हैं। इसके अलावा खेलों द्वारा हमें स्वयं को चुस्त-दुरुस्त रखने में भी मदद मिलती है, ज.......

मैं किसी पद-लालसा को राजनीति में नहीं आईः कृष्णा पूनिया

कांग्रेस कभी नहीं छोड़ूंगी, बड़ी नेकदिल हैं सोनिया गांधी भाजपा ने भी दिया था पार्टी में आने आफर  श्रीप्रकाश शुक्ला मथुरा। राजनीति और खेल के मैदान में बड़ा फर्क है। खेलों में सिर्फ हम अपने लिए जीते हैं जबकि राजनीतिक पथ पर हमारा हर किस्म के लोगों से वास्ता पड़ता है। राजनीति वह क्षेत्र है जहां हमें बिना मांगे ही हर कोई सलाह देता है, बेशक उसे राजनीति की जानकारी हो या नहीं। मैं किसी पद-लालसा के लिए राजनीति में नहीं आई बल्कि मे.......

अनुशासन की सीख देते भारतीय अखाड़े

पहलवानों की आपराधिक संलिप्तता से कुश्ती का बड़ा नुकसान खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कुश्ती सिर्फ खेल ही नहीं भारतीय संस्कृति का अभिन्न दस्तूर है। यही खेल ऐसा है जोकि गांव-गांव खेला जाता है। पिछले महीने दिल्ली के छत्रसाल अखाड़े में जो हुआ उससे न केवल अखाड़े कलंकित हुए बल्कि पहलवानों के दामन पर भी गहरे दाग लग गए हैं। जांच चल रही है, ऐसे में किसी को अभी से गुनहगार ठहराना उचित नहीं है। मामले को देखें तो यह खूनी खेल कई तरह के इशारे करता है।.......